By वैभव पाण्डेय ध्वनि स्त्रोत तथा श्रोता के मध्य आपेक्षिक गति के कारण ध्वनि स्त्रोत की आवृत्ति में उत्पन्न आभासी परिवर्तन को डॉल्पर प्रभाव ...
ध्वनि स्त्रोत तथा श्रोता के मध्य आपेक्षिक गति के कारण ध्वनि स्त्रोत की आवृत्ति में उत्पन्न आभासी परिवर्तन को डॉल्पर प्रभाव कहते हैं। डॉल्पर प्रभाव ध्वनि एवं प्रकाश तरंगों दोनों के लिये सत्य है।
डॉल्पर प्रभाव का प्रतिवादन सर्वप्रथम भौतिकविद जोहान क्रिश्चियन ने सन 1842 में किया था।
इसलिए इन्ही के नाम पर इसे डॉल्पर प्रभाव कहा गया। यद्यपि सन 1845 में हालैंड में बाईस बेलो ने इसका प्रायोगिक परिक्षण किया।
जब ध्वनि स्त्रोत का वेग ध्वनि के वेग से अधिक होता है, तब डॉल्पर प्रभाव लागू नही होता है।
इसका कारण यह है की इस स्थिति में तरंगाग्र विकृत हो जाता है तथा प्रघाती तरंगे उत्पन्न होती हैं।
डाल्पर प्रभाव एक तरंग सम्बन्धी घटना है।
यह केवल ध्वनि तरंगो पर ही लागू नही होता बल्कि सभी प्रकार की विद्युत चुम्बकीय तरंगो पर भी लागू होता है।
ध्वनि में डॉप्लर प्रभाव
ध्वनि संबंधी डॉल्पर प्रभाव में आभासी आवृत्ति का अध्यन निम्नलिखित परिस्थितियों में करेंगें:
(1) केवल ध्वनि स्त्रोत की गति का प्रभाव
(2) केवल श्रोता की गति का प्रभाव
(3) ध्वनि स्त्रोत एवं श्रोता दोनों की गति का एक साथ प्रभाव
(1) जब ध्वनि स्त्रोत गतिमान तथा श्रोता स्थिर है:
(i) यदि ध्वनि स्त्रोत, श्रोता से दूर जा रहा हो, अर्थात ध्वनि की चलने की विपरीत दिशा में चल रहा हो, तो इस स्थिति में आभासी आवृत्ति वास्तविक आवृत्ति से कम प्रतीत होगी।
(ii) यदि ध्वनि स्त्रोत, श्रोता की ओर गति कर रहा हो, अर्थात ध्वनि की चलने की दिशा में चल रहा हो, तो इस स्थिति में आभासी आवृत्ति वास्तविक आवृत्ति से बढ़ी हुई प्रतीत होगी।
(2) जब श्रोता गतिमान तथा ध्वनि स्त्रोत स्थिर है:
(i) यदि श्रोता, ध्वनि स्त्रोत से दूर जा रहा हो, तो इस स्थिति में आभासी आवृत्ति वास्तविक आवृत्ति से कम प्रतीत होगी।
(ii) यदि श्रोता, ध्वनि स्त्रोत की ओर गति कर रहा हो, तो इस स्थिति में आभासी आवृत्ति वास्तविक आवृत्ति से बढ़ी हुई प्रतीत होगी।
(3) जब ध्वनि स्त्रोत तथा श्रोता दोनों गतिमान हैं:
(i) यदि ध्वनि स्त्रोत तथा श्रोता दोनों ही ध्वनि की गति की दिशा में बराबर वेग से चल रहे हैं, तो आभासी आवृत्ति वास्तविक आवृत्ति के बराबर होगी।
इस स्थिति में डॉल्पर प्रभाव शून्य होगा।
(ii) यदि ध्वनि स्त्रोत तथा श्रोता दोनों ही दोनों की गति शून्य के बराबर है, तब भी आभासी आवृत्ति वास्तविक आवृत्ति के बराबर होगी।
और इस स्थिति में भी डॉल्पर प्रभाव शून्य होगा।
नोट: ध्वनि की दिशा सदैव ध्वनि स्त्रोत से श्रोता की ओर होती है।
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