By- वैभव पाण्डेय हवाईजहाज ( Airplane ) हवाई जहाज हवा में उड़ने वाला एक यातायात का साधन होता है. जिसे एयरक्राफ्ट कहा जाता है जिसमे पंख और इंज...
हवाईजहाज ( Airplane )
हवाई जहाज हवा में उड़ने वाला एक यातायात का साधन होता है. जिसे एयरक्राफ्ट कहा जाता है जिसमे पंख और इंजन की अत्यधिक पॉवर और क्षमता होती है. इसको हवा में ठहरे रहने और उड़ने में अनेक चीजें कार्य करती है जिसमे से मुख्य है जोर / थ्रस्ट ( Thrust) जो इसे आगे की तरफ बढ़ने में सहायक होती है. सभी एयरोप्लेन एक सामान नही होते बल्कि ये अलग अलग आकार, आकृति और पंखो के अनुसार आते है. किन्तु क्या आपने कभी सोचा है कि जिस हवा में एक छोटा सा तिनका तक नही रुक पाता वहाँ इतना भरी और बड़ा हवाईजहाज कैसे ठहर जाता है? साथ ही ये उड़ता कैसे है? आज हम आपको हवाईजहाज के उडने और उसके हवा में ठहरने के पीछे के सिद्धांत और राज के बारे में आपको कुछ बताने जा रहे है

हवाईजहाज कैसे उड़ता है ( How Aero Plane Fly ) :
किसी भी जहाज के पीछे धक्का लगाने में और उसे उड़ाने में मुख्य 4 कारक होतेहै.
- उठाना ( Lift ) : हवाई जहाज के पंखों की दो सतह होती है पहली ऊपर वाली सतह और दूसरी नीचे वाली सतह. दोनों जगहों पर कुछ दबाव होता है. लिफ्ट हवाईजहाज के पंखो के ऊपर वाले दबाव की वजह से पैदा होती है. ये दबाव पंखो के नीचे पड़ने वाले दबाव से कम होता है. इसी वजह से पंख ऊपर की तरफ उठ पाते है. हवाई जहाज के पंखो की खास बनावट की वजह से ही जहाज हवा में तेजी से और दूर तक उड़ पाता है जिसमे पंखों का ऊपर की तरफ उठाना बहुत आवश्यक होता है, लिफ्ट यही कार्य करती है और गुरुत्वाकर्षण बल के विपरीत दबाव लगाती है.

गुरुत्वाकर्षण ( Weight and Gravity ) : जैसाकि आपको पता ही होगा कि गुरुत्वाकर्षण सभी चीजों को लंबवत नीचे की तरफ खींचता है या धकेलता है. साथ ही वजह भी नीचे की तरफ ही दबाव डालता है इसीलिए गुरुत्वाकर्षण का केंद्र ( Center of Gravity ) नीचे की तरफ कार्य करता है.
- जोर ( Thrust ) : थ्रस्ट को आप धक्का बुला सकते हो जिसे एयरप्लेन के इंजन लगते है. इसकी वजह से ही हवाई जहाज हवा में आगे की तरफ बढ़ता है और उसके सामने लगने वाले दबाव को काटकर स्थिर रहता है.

नोट : जैसे ही जहाज ऊपर उठने लगता है उसी वक़्त लिफ्ट और ड्रैग बनते है इसीलिए एरोडायनामिक दबाव कहा जाता है. एरोडायनामिक से अर्थ उस हवा की गति से बनने वाले दबाव से है.
आपने टेलीविज़न में देखा होगा कि हवाई जहाज तिरछा ( आगे का हिस्सा पीछे वाले हिस्से से थोडा ऊपर होता है ) उड़ता है. इसका कारण भी इसके उड़ने के पीछे के इन्ही 4 सिद्धांतों पर आधारित होता है. जब ये तिरछा होता है तो जहाज के आगे का पैना हिस्सा सामने से आने वाली हवा को काटकर उसे पीछे की तरफ धकेल देता है जो जहाज तिरछे होने की वजह से इसके शरीर से होती हुई पीछे निकल जाती है और इसे किसी तरह का नुकसान नही पहुंचा पाती. इसका एक फायदा ये भी है कि इसी हवा कि वजह से जहाज हवा में बना रहता है.
उड़ना ( Takeoff ) :
टेकऑफ हवाईजहाज के उड़ने का वो समय है जिस वक्त जहाज रनवे (Runway ) से गुजरता हुआ हवा में लहराने के लिए तैयार होता है. टेकऑफ लैंडिंग ( Landing ) के विपरीत होता है.टेकऑफ दो प्रकार के होते है
.लंबवत ( Vertical ) : स्पेसक्राफ्ट, राकेट, हेलीकाप्टर इत्यादि
- क्षितिज ( Horizontal ) : हवाई जहाज, जेट एयरोप्लेन इत्यादि
जब जहाज रनवे पर दौड़ता है तो उसका इंजन उसे आगे की तरफ धकेलता है और हवा उसे पंखों के चारों तरफ बहने लगती है जिसकी वजह से लिफ्ट बनती है. जैसे जैसे जहाज की गति बढती जाती है वैसे वैसे लिफ्ट भी बढती जाती है. जिस वक़्त लिफ्ट गुरुत्वाकर्षण बल से अधिक हो जाती है जहाज ऊपर उठने लगता है और जब जहाज हवा में पहंच जाता है तो उसपर इंजन का थ्रस्ट / जोर कार्य करने लगता है जिसकी वजह से जहाज उड़ने और आगे बढ़ने लगता है.
हवाई जहाज के टेकऑफ और उसके उड़ने संबंधी किसी भी अन्य सहायता को पाने के लिए आप तुरंत नीचे कमेंट करके जानकारी हासिल कर सकते हो.
COMMENTS